47 वीं जूनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप के आरम्भ हो चूका है। ये प्रतियोगिता तेलंगाना में खेली जा रही है।गर्ल्स का समूह 8 पूल्स में विभाजित किया गया है। पूल ए में खेल रहा है हरयाणा, छत्तीसगढ़ और जम्मू और कश्मीर। पिछली बार हरयाणा ने पूल मैचेस में खेले गए दोनों गेमों में जीत हासिल की थी।हरयाणा पिछले साल के जूनियर नेशनल (गर्ल्स) प्रतियोगिता के विजेता भी रह चुके हैं। पिछले सालजम्मू और कश्मीर लीग मैचेस में ही दोनों मैच हार कर बहार हो गए थे। क्या इस बार कुछ अलग खेल दिखा कर वापसी करेंगे। छत्तीसगढ़ पिछले साल सेमि फाइनल तक पहुंचे थे।
इन सबका एक ही मतलब निकलता है और वो यह है की POOL A में सबसे मुश्किल और तगड़े मुकाबले देखने को मिलेंगे।
पूल बी में इस साल का खेल एसएआई, बिहार और तेलंगाना है। एसएआई पिछले साल अपने सार्थक खेल के प्रदर्शन से फाइनल्स तक अपना सफर तय किया था। इस वर्ष बिहार और गृह टीम तेलंगाना को जीतने के लिए काफी प्रयास करने होंगे।
पूल सी में छत्तीसगढ़, तमिल नाडु , पांडिचेरी है। तमिल नाडु ने पिछले साल लीग मैचेस में तीन में से तीन मैच जीते थे।
पूल डी में पिछले वर्ष के सेमी फाइनलिस्ट उत्तर प्रदेश जो भिड़ेंगे आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड से।
पूल ई में 4 टीमें हैंमेडल प्रधानाध्यापिका, राजासथान, मढ़ैया प्रधानाध्यापक और सिक्कीम हैं। एचपी ने पिछले साल लीग मैचों में खेल का खूबसरत प्रदर्शन किया था। इस साल नए टीम सिक्किम भी भाग ले रही है
पूल एफ में भी 4 टीमों का खेल चल रहा है; दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, ओडिशा। पिछले साल वेस्ट बंगाल और ओडिशा का खेल उतना सार्थक नहीं था। इस साल उनके खेल में क्या बदलाव होंगे?
पूल जी में इस वर्ष खेल चल रहा है, गोआ, कर्नाटक, झारखंड, मणिपुर। पूल जी के सभी टीमों का प्रदर्शन पिछले साल के नेशनल्स में काफी ख़राब रैह चूका है। यह पूल इस प्रतियोगिता का सबसे कमज़ोर पूल रहेगा।पूल एच में इस साल का खेल चल रहा है, महराष्ट्र, पुंजब, विदर्भ और केरला।
कबड्डी की खूबसूरती ही यह है की ये खेल का रुख कभी भी पलट सकता है।
बने रहें हमारे साथ 47वीं जूनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता की जानकारी के लिए।